नाजिया की प्यारी सी जिद
हेलो दोस्तों आज मैं आपसे अपनी एक हसीन दास्तान बना बताने आया हूं.
आज शाम को ऑफिस से घर जाते वक्त मैं एक शॉप पर कुछ लेने के लिए रुका, तो देखा मेरी एक्स गर्लफ्रेंड नाजिया भी वहां से कुछ ले रही थी. मैंने उसे हाय कहा और वह भी मुझे अच्छे से मिली. उसके साथ उसका पति भी था. मैंने और उसके पति ने हाथ मिलाया और थोड़ी बहुत फॉर्मल बातचीत हुई.
उसके बाद उन्हें जल्दी थी तो वह दोनों थोड़ी ही देर में निकल गए. जाने से पहले मैंने उन्हें अपने घर पर डिनर के लिए बुलाया. नाजिया ने कहा कि वह सोच कर बताएगी, और हम ने आपस में नंबर एक्सचेंज कर लीए और अपने अपने रास्ते निकल पड़े.
घर पहुंच कर सब काम निपटा कर जब मैं अपने बिस्तर पर लेटा तो ध्यान नाजीया की तरफ चला गया, इन १२ सालों में वह काफी चेंज हो चुकी थी. जिस्म तो उसका काफी भर गया था और उसके चेहरे पर आज भी वही मासूमियत थी. आप लोग सोच रहे होंगे कि मैं क्या बात करे जा रहा हूं? तो चलिए शुरू से बात को बताता हूं.
यह बात मेरी स्कूल टाइम की है. वैसे तो मेरे साथ काफी लड़कियां पढ़ती थी, लेकिन उनमें से नाजिया मेरी बेस्ट फ्रेंड थी, हमारे घर पास पास ही थे, हमारी फैमिली भी एक दूसरे को अच्छे से जानती थी, हम बचपन से ही साथ खेलते खेलते बढ़े हुए थे.
हम हर काम साथ में करते थे, स्कूल आना जाना, लंच भी एक साथ करना. शाम को खेलना भी साथ में ही, हम जैसे एक दूसरे के बिना रह ही नहीं पाते थे.
११वीं १२ वीं में हम जवान हो रहे थे लेकिन तब कि हमारा ज़्यादातर टाइम साथ ही बीतता था, एक दिन मुझे पता चला कि नाजिया को एक लड़के ने प्रपोज किया है. उसने मुझे पूछा कि क्या करूं? मैंने कहा अगर तुझे ठीक लगता है तो कर ले फ्रेंडशिप. उसने कुछ नहीं कहा और दूसरे दिन उसने मुझे बताया कि उसने उस लड़के को हां कर दिया है.
उस दिन के बाद नाजिया मुझ से थोड़ा अलग रहने लगी, मतलब हम पहले सब कुछ साथ में करते थे, लेकिन अब वह थोड़ा टाइम अकेले निकालने लगी. मुझे बुरा तो लगा था लेकिन खुश था कि वह अपनी लाइफ में खुश है. वैलेंटाइन डे वाले दिन वह सुबह मुझसे मिली, उसने मुझे बताया कि आज वह पूरा दिन उस लड़के के साथ बिताने वाली है, वह बहुत खुश लग रही थी.
मैं उससे कहा कि शाम को मुझसे मिलना और फिर बताना क्या क्या हुआ.
शाम को ही तो मैं उससे मिलने उसके घर चला गया वह अपने रूम को लॉक कर के अंदर बैठी हुई थी. मैंने उसे आवाज़ लगाई तो उसने कहा कि वह अभी बात नहीं करना चाहती, और मुझसे कहा कि कल स्कूल में बात करेंगे. मुझे अजीब सा लगा लेकिन मैंने कहा ठीक है और मैं जा रहा हूं.
जबकि मैंने उसकी मम्मी को कहा कि वह जाकर दरवाजा खुलवाए ताकि मैं उससे बात कर सकूं. उसकी मम्मी ने वैसा ही किया और नाजीया से कहा कि चाय पीने आजा, उसने कहा कि नहीं पीनी मुझे. उसकी मम्मी ने कहा अच्छा दरवाजा खोल मुझे कुछ सामान लेना है.
थोड़ी देर बाद उसने दरवाजा खोला और मैं उसके सामने आ गया. उसने मुझे देखा और दरवाजा बंद करने लगी, तो मैंने दरवाजा पकड़ लिया. और उसके रूम में घुस गया. मैंने आंटी से कहा कि आप जाओ मैं इसका मूड ठीक करता हूं. मैंने उसके रूम का दरवाजा बंद किया तब तक वह जा कर बेड पर बैठ गई थी.
मैं – क्या हुआ है तुझे?
वह – क्या होगा मुझे? कुछ भी तो नहीं हुआ.
मैं – बात क्यों नहीं कर रही मुझसे?
वह – क्या बात करूं कोई बात नहीं है करने वाली.
मैं – मैं पागल दिखता हूं तुझे, मैं तुझे बचपन से जानता हूं, कोई तो बात है जो तुम मुझे बता नहीं रही.
वह – कोई बात नहीं हुई और तू जा यहां से इतना कहकर उसने मेरी तरफ पीठ कर दी, मैंने देखा उसकी नेक पर खरोच थी.
मैं – यह क्या हुआ तुझे?
वह – क्या हुआ है?
मैं – तेरी नेक पर यह निशान कैसे?
वह थोड़े गुस्से में बोली कहा ना कुछ नहीं हुआ अब जा यहां से.
मैं आगे होकर उसके सामने बैठ गया और उसका हाथ पकड़ा और कहा.
मैं – देखो क्या हुआ है सच सच बता दो. मैं किसी से नहीं कहूंगा पर अगर तुम जाने को कहोगी तो मैं नहीं जाने वाला.
उसने मेरी आंखों में देखा और रोने लगी, मैंने उसे गले से लगाया और कहा
मैं – देखो जो कुछ हुआ है मुझे बता दो, बताओगी नहीं तो घुटन और बढ़ती जाएगी.
वह – मैंने अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया.
मैं – क्या अभी २ महीने ही तो हुए थे, ऐसा क्या हुआ कि ब्रेकअप कर लिया?
वह – उसे मेरी और तुम्हारी फ्रेंडशिप पसंद नहीं थी, बात बात पर ताने मारता था.
मैं – तो मुझसे कहती कि मैं बात करता, और अगर तुम उसे सच में प्यार करती थी तो मैं पीछे हट जाता.
वह – तुम मुझे छोड़ देते?
मैं – पागल हम तो दोस्त हैं ना, कैसे अलग हो सकते हैं? लेकिन वह तो तेरा प्यार था ना अगर जरूरत पड़ती तो मैं पीछे हो जाता.
वह – नहीं तु मुझे कभी नहीं छोड़ेगा, इतना कहकर वह फिर से मेरे गले लग कर रोने लगी. मैं उसे चुप करता रहा थोड़ी देर बाद वह नॉर्मल हुई तो मैंने पूछा.
मै – तेरी नेक पर यह निशान कैसे हैं?
वह – वह मुझे आज मिला था और मुझे अपने घर ले गया, वहां पर झगड़ा हुआ था मुझसे जबरदस्ती करने लगा था, उसी में यह निशान पड़ गए नेक पर और..
मैं – और कहां?
वह – कहीं नहीं.
मैं – अरे बता ना. और कहां लगी तुझे? मैं साले को घर में जाकर मार कर आऊंगा.
वह – नहीं रहने दे, मैंने आज उसको ऐसी जगह मारा है ना कि बच्चु याद करता रहेगा.
मैं – लेकिन यह तो बता की और कहां लगी है?
वह – नेक पर और ब्रैस्ट पर.. इतना कहकर वह दूसरी तरफ देखने लगी.
मैं – ओके अच्छा दवाई दे, लगा दूं तुझे.
वह – रहने दे.
मैं – अरे ब्रेस्ट पर नहीं लगाऊंगा पागल, नेक पर लगा देता हूं.
वह – मारूंगी मैं तुझे..
मैं – बाद में मार लेना, अभी मुझे दवाई दे.
उसने उठकर मुझे दवाई दी और मेरी तरफ पीठ करके बैठ गई, मैंने उसका जीप नीचे किया ताकि नेक थोड़ी डीप हो जाए, उसके बाद मैंने उसकी नेक पर दवाई लगाना स्टार्ट कर दिया. थोड़ी देर के बाद जब मैंने कहा कि कैसा लग रहा है? तो उसने कहा कि अच्छा लग रहा है, फिर वह अचानक मुड़ी और उसने कहा.
वह – अगर तुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है तो ब्रेस्ट पर भी लगा देना, दर्द हो रहा है.
मैंने उसकी आंखें देखी तो लाल हो रही थी.
मैं – आर यु शुअर तुझे कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना?
वह – कोई प्रॉब्लम नहीं है, इतना कहकर उसने अपनी जिपर को आगे से खोल दिया.
मैं – पागल क्या कर रही है शर्म है तुझे या नहीं?
वह – तूझसे कैसी शर्म? तू तो मेरा बेस्ट फ्रेंड है.
मैं – फिर भी यार अच्छा नहीं लगता.
वह – कोई बात नहीं मुझे तुझ पर खुद से ज्यादा भरोसा है.
मुझसे कुछ कहा नहीं गया और मैंने दूसरी तरफ देखते हुए उसे दवाई लगाने लगा.
वैसे तो यह सब कुछ बहुत पर्सनल है बताना तो नहीं चाहिए लेकिन यह प्लेटफार्म है ऐसा ही किया सेक्स की बात किए बिना बात आगे नहीं बढ़ेगी, नाजिया एक गोरी चिट्टी और भरे हुए शरीर की मालकिन थी, इतनी बेदाग हाथ लगा दो तो मैली हो जाए.
मैंने उसकी तरफ देखा तो अब उसने अपना जिपर उतार दिया था, और वह अब एक वाइट ब्रा पहने हुए थी, उसकी ब्रेस्ट के ऊपर वाले हिस्से पर कुछ निशान थे. मैंने उसके निशानों पर दवाई लगाना शुरु कर दिया, वह एक नजर से मुझे देखे जा रही थी. मैंने दवाई लगा कर उसे कहा कि अब वह अपना जिपर पहन ले, वह मेरे पास आई और मेरे गाल पर किस किया.
फिर वह थोड़ा पीछे हुई और उसने मेरी आंखों में देखते हुए मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए, और फिर हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे. उस ने मुझे गले लगा लिया और हमारी किस चलती रही. मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरे हाथ उसकी ब्रेस्ट पर पहुंच गए, मैंने हल्के हल्के उसकी ब्रैस्ट को सहलाया ब्रा के ऊपर से, और फिर उसके बाद अचानक से हम अलग हुए.
मैं – सॉरी यार, वह मैं बहक गया था. मुझे चलना चाहिए इतना कहकर मैं उठने लगा.
वह – बैठ अभी, और तेरी कोई गलती नहीं है. आज मुझे तुझसे एक बात कहना चाहती हूं. मैं तुझे बचपन से प्यार करती हूं, कभी तुझसे कहा नहीं क्योंकि मैं तुझे खोना नहीं चाहती थी. मुझे पता है कि हम कभी एक नहीं हो सकेंगे, लेकिन मैं अपना सबकुछ एक दिन सिर्फ तूझे देना चाहती हूं, मुझे हमेशा से तू पसंद था.
मैं – तो कभी कहा क्यों नहीं?
वह – बोला तो अभी मैं नहीं चाहती थी कि मैं तुझे खो दूं, मैं जानती हूं कि तुम मुझसे प्यार नहीं करता. लेकिन प्लीज मेरी बात मान लें और एक बार सिर्फ एक बार मुझे अपना ले, ताकि मैं जिंदगी भर इस सुकून में रह सकूं कि मैंने अपने पहले प्यार को ही अपना जिस्म दिया.
मैं – नहीं यार, यह गलत है.
वह – गलत है तो गलत ही सही, लेकिन प्लीज मेरी बात मान जा इतना कहकर उसने अपनी ब्रा भी उतार दी.
मैं – क्या कर रही है यह?
उसने कहा अगर यह गलत है तो तेरा यह क्यों है? इतना कहकर उसने मेरे लंड को मेरी जींस के ऊपर से ही दबा दिया.
मैं – यार यह सब गलत है, बचपन से एक साथ है हम, बेस्ट फ्रेंड है. और मैं अपनी बेस्ट फ्रेंड को गलत नहीं होने दूंगा.
वह – मैं कब कह रही हूं कि तुम मुझसे शादी कर ले, या अपनी गर्लफ्रेंड बना ले. यह सब मैं बचपन में सोचा करती थी, बचपन से चाहती थी कि मैं तेरी वाइफ बनूं. लेकिन जैसे जैसे बड़ी हुई समझ आ गया कि हमारी शादी नहीं हो सकती.
लेकिन हम एक तो हो सकते हैं ना, और यह बात किसी को बताने की भी जरूरत नहीं है.
मैं – तुझे होश है तू क्या बके जा रही है? यह सब फिल्मी बातें हैं.
रियलिटी में ऐसा कुछ नहीं होता तू अभी सो जा हम कल स्कूल में बात करेंगे इतना कहकर में जाने लगा.
वह – जाते जाते मेरी बस एक बात सुनता जा. मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे बहुत बार अपने पास करने की कोशिश की लेकिन मैंने उसे कभी किस भी नहीं करने दिया, इस बात पर हमारा हमेशा झगड़ा होता था और वह हमेशा मुझे तेरे नाम से ताना दिया करता था.
परसों हमारा बहुत ज्यादा झगड़ा हुआ और उसने मुझे तेरा नाम लेकर कहा कि तू बस उसी से रिश्ता रख मेरे साथ नहीं मैं हमेशा से तुझे अपना मानती थी, शायद इसीलिए मैं उसको अपने पास नहीं आने दे रही थी. मैं पूरी रात सोचती रही.
मुझे पता चला कि मैं तुझे पा नहीं सकती पर जब तक मैं किसी और को अपने पास नहीं आने दूंगी मैं तुझे से दूर नहीं हो सकती, यही सोच कर मैंने उसे फ्रेंडशिप के लिए हां कहा था. हां कहने से पहले जब तुझसे पूछा था तो तूने भी हां कहा था. तो मुझे लगा की शायद रब भी यही चाहता है.
यही सोचकर मैंने उसे कल सुबह फोन किया और कहा कि मैं सब करने को तैयार हूं.
मेरे ही कहने पर उसने रूम का जुगाड़ किया मैं अपनी मर्जी से उसके साथ गई थी, लेकिन जब उसने मुझे किस करना शुरू किया तो मुझे अंदर से गंदा सा लगने लगा जैसे मैं तुझसे बेवफाई कर रही हूं. इसलिए मैंने उसे मना किया और उसके बाद हमारा झगड़ा हो गया, और उसने मुझे जबरदस्ती करने की कोशिश की.
और एक बात उसने मुझे सिड्यूस करने की कोशिश की लेकिन मुझे कुछ नहीं हुआ, लेकिन तेरा मेरी नेक पर मसाज करना ही मुझे पागल कर गया अगर तू मुझे अपना नहीं बनाएगा तो मैं किसी और की नहीं होउंगी.
मैं – तू फिल्मी बातें कर रही है और तू अभी ऐसा कह रही है जब हम एक हो जाएंगे तो तब कैसे मुझे भूलाएगी?
वह – तुझे बेशक सब फ़िल्मी लगे लेकिन तुझे सब जल्दी ही पता चल जाएगा.
मैं उस वक्त उस से कुछ नहीं कहा और अपने घर चला गया, अगले दिन जब मैं स्कूल पहुंचा तो नाजीया स्कूल नहीं आई थी, मुझे लगा शायद कल की बात से उदास होगी इसलिए नहीं आई, पर वो अगले एक हफ्ते तक स्कूल नहीं आई.
मुझे उसकी टेंशन होने लगी ऊपर से हमारे फाइनल एग्जाम भी आने वाले थे मगर सबसे इंपॉर्टेंट बात मुझे उसके बिना बहुत खाली सा लग रहा था, मैं उसे बहुत मिस कर रहा था. ऐसा नहीं था कि मैं उससे प्यार करता था लेकिन यह प्यार दोस्ती वाला था.
मैं अपनी दोस्त को खोना नहीं चाहता था सो एक दिन शाम को मैं उसके घर चला गया उसकी मॉम से बात की तो पता चला कि वह पिछले एक हफ्ते से बहुत चुप रहती है बस अपने रूम में रहती है, उसने अपनी मां से कहा था कि फाइनल एग्जाम की तैयारी के लिए वह स्कूल नहीं जा रही. और इसलिए बस अपने रूम में रहकर पढ़ाई कर रही है.
मैंने उसकी मॉम से बात करने के बाद उसके रुम में गया वह बेड पर लेटी हुई थी. मैंने उसे आवाज लगाई तो वह उठ कर बैठ गई, मैंने उससे पूछा कि वह स्कूल क्यों नहीं आ रही?
वह – तुझे क्या फर्क पड़ता है और वैसे भी मुझे क्या करना है यह तू मुझे मत बता.
उसकी यह बात सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा, उसने आज तक मुझसे ऐसी बेरुखी से बात नहीं की थी.
मैं – ठीक है मैं जा रहा हूं, लेकिन हो सके तो मुझे मेरी नाजु वापस दे देना, इतना कहकर मैं दरवाजे की तरफ बढ़ गया.
वह – वह तो हमेशा से तुम्हारी थी लेकिन तुमने उसे अपनाया ही नहीं.
मैं अचानक पीछे मुड़ा और उसकी तरफ बढ़ कर मैंने उसके लिप्स पर हल्के से एक किस कर दी.
मैं – यही तो प्रॉब्लम है तुम मुझे किसी और तरह से चाहती हो और मैं तुम्हें किसी और तरह से. लेकिन प्लीज मेरी जानू मुझे लौटा दो.
और उसने मुझे गले से लगाया और किस करने लगी, और मैं भी उसका साथ देने लगा. कोई ५ मिनट की किस के बाद वह अलग हुई और उसने कहा.
मैं – तुम्हें कभी शादी के लिए तंग नहीं करुंगी, वादा करो हमारी शादी जब तक नहीं हो जाती तब तक तुम सिर्फ मेरे हो.
में – मुझे मंजूर है.
उसे वादा करके मैं घर वापस आ गया, मैंने घर आके सोचने लगा कि क्या जो हो रहा है सब ठीक है? फिर मुझे लगा कि इसमें गलत कुछ भी तो नहीं है. आखिर में भी तो लड़का हूं इतनी सुंदर लड़की अगर मेरी गर्लफ्रेंड बनना चाहती है तो मैं क्यों पीछे हटू?
फिर अगले कुछ दिन ऐसे ही निकल गए, हम दोनों फिर से मिलने लगे पढ़ाई के लिए. कभी वह मेरे घर आ जाती मौका देख कर हम किस कर लिया करते थे. और मैं कभी कभी उसके बूब्स दबा देता था. धीरे धीरे हम दोनों को इसकी आदत सी पड़ने लगी, फिर एक दिन उसने मुझे कहा कि कल स्कूल मत जाना और मैं उसके घर पहुंच जाऊं, दूसरे दिन में उसके घर सुबह १०:३० बजे पहुंच गया.
जब मैं पहुंचा तो देखा उसकी मॉम कहीं जा रही थी.
उसकी मोम मुझे देख कर बोली अच्छा हुआ तू आ गया, मैं जा रही हूं शाम तक लौटूंगी. तुम दोनों का खाना बना कर रख दिया है, दोपहर को खा लेना और मेरे आने तक वापिस घर मत जाना, यहीं रह कर पढ़ाई करना और ज्यादा टीवी मत देखना इतना सब कह कर उसकी मोम चली गई.
नाजू ने उठकर मेन दरवाजा बंद किया और मुझे साथ लेकर अपने रूम में घुस गयी.
मैं – यह सब क्या चल रहा है और आंटी कहां गई है?
वह – अरे मेरे भोलूराम.. मम्मी को आज अपनी फ्रेंड के घर एक फंक्शन पर जाना था मुझे भी कह रहे थे साथ चल, पर मैंने पढ़ाई का बहाना कर दिया. फिर मम्मी कहते कि मैं भी रहने देती हूं, तू अकेली हो जाएगी. मैंने तेरा नाम ले लिया कि वह आ जाएगा. और हम दोनों साथ मिलकर पढ़ाई कर देंगे, मम्मी मान गई और फिर मैंने तुझे फोन करके यहां बुला लिया.
मैं – अच्छा किया वैसे भी काफी टाइम से कोई छुट्टी नहीं मिली थी.
उसके बाद हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे, थोड़ी देर बात करने के बाद वह उठी और बोली तुम इंतजार करो मैं नहा कर आती हूं, सुबह से अम्मी के साथ काम कर रही थी नहा कर आती हूं फिर कुछ नाश्ता बनाती हूं खाने के लिए. मैंने कहा ठीक है.
वह नहाने के लिए बाथरूम में चली गई और मैं उसके रुम में बैठा टीवी देख रहा था, १५ मिनट बाद जब वह बाथरुम से निकलकर रूम में आई तो मैंने देखा उसने एक शॉर्ट स्कर्ट जो उसके जांघों को ढक रही थी पहनी हुई थी और ऊपर से एक पिंक स्फगेटी पहनी हुई थी. जिसके अंदर से लग रहा था कि उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया, मेने ध्यान से देखा कि जो स्कर्ट उस ने पहनी थी वह हमारे स्कूल की यूनिफार्म थी, लेकिन उसने तो स्कर्ट पहनना काफी टाइम पहले छोड़ दिया था, वह आकर मेरे पास बैठ गई.
मैं – आज स्कूल की स्कर्ट इतनी देर बाद क्यों पहनी?
वह – मेरे पास इससे ज्यादा सेक्सी और पहनने को कुछ नहीं था.
मैं – तू तो वैसे भी सेक्सी है, उसके ऊपर से यह सेक्सी ड्रेस पहनने की क्या जरूरत थी?
वह – ताकि तेरा यह पूरी सख्ती से खड़ा हो सके.
इतना कहकर उसने मेरे खड़े हुए लोड़े पर पेंट के ऊपर से हाथ रख दिया, मैंने उसे अपनी बाहों में लिया किस करने लगे. उसे किस करते वक्त मैंने उसके बूब्स दबाने लगा और वह हल्के हल्के मेरा लंड सहला रही थी.
५ मिनट किस करने के बाद मैंने उसकी स्फगेटी की एक स्ट्रिप नीचे की और उसके एक निप्पल को मुंह में लेकर सक करने ही वाला था कि मुझे लगा कि मेरा माल निकल जाएगा, मैं फ़ौरन वहां से उठा और बाथरूम में घुस गया.
आप लोगों तो समझ ही सकते हो एक लड़का जिस ने आज तक किसी लड़की को नंगा नहीं देखा हो, अपने सामने पहली बार ऐसा होने पर उसकी क्या हालत होगी? मैंने बाथरूम में जाकर जैसे ही अपना लंड निकाला और दो बार उसकी स्किन को आगे पीछे किया मेरे माल का फव्वारा छूट गया, झड़ने के बाद भी मेरा लंड तन कर खड़ा था. फिर मैंने पेशाब किया और अपने लंड को अच्छे से धो कर वापिस नाजू के पास आ गया, वह उसी हालत में मेरा इंतजार कर रही थी.
वह – क्या हुआ था?
मैं – कुछ नहीं बहुत तेज़ पेशाब आ गया था.
वह – अच्छा हुआ तुम अभी हो के आ गए, मैं नहीं चाहती कि आज तुम मुझसे दूर जाओ.
उसने मुझे बैठाया और मेरी जांघों के बीच आकर मेरी तरफ मुंह करके बैठ गई, वह जब बैठी तो मेरा लंड पैंट के अंदर रहते हुए उसकी चूत को छू रहा था, उसके मुंह से एक आह निकल गई. अब मैंने देर ना करते हुए उसकी टॉप उतार दी और अब उसके नंगे बूब्स मेरे सामने थे.
जैसे ही उन्हें मैंने अपने हाथ में लेकर उन को किस किया नाजू के मुंह से एक औउ हहह आह निकली तो मुझे अपनी पैंट पर कुछ गीला गीला महसूस हुआ, मैं परवा ना करते हुए उसके बूब्स को चूमता रहा, निप्पल को सक करता रहा. और वह मस्ती में आयाहां आह्ह उऔउ इह्ह हहह यस्स हश्श हम्म कर रही थी.
मैंने अब अपने हाथ उसकी ब्रेस्ट कैसे हटाए और उसकी स्कर्ट के अंदर डाल दिए मुझे देख कर ख़ुशी हुई कि उसने अंदर पेंटि नहीं पहनी थी, इसी मदहोशी में मैंने उसके निप्पल पर जोर से काट लिया, वह जैसे होश में आई और जब उसने देखा कि मेरे हाथ उसकी स्कर्ट के अंदर है वह मुझसे लिपट गई.
अब मैंने उसे उठा कर बेड पर लेटा दिया और अपने कपड़े उतार दिए, मेरी पैंट जहां पर वह बैठी हुई थी वहां एक गीला दाग था, लेकिन मेरा ध्यान तो इस वक्त सिर्फ उस पर था.
मैंने अपने कपड़े उतार दिए और नाजू की स्कर्ट उतार दी. उसकी चूत एकदम छोटी सी थी और थोड़े थोड़े बाल थे जैसे ही मैंने उसकी चूत को छुआ उसने अपनी आंखें बंद कर ली.
अनाडी होने की वजह से मैंने सीधे ही उसकी टांगें खोली और अपना लंड उसकी चूत पर रखकर अंदर घुसाने की कोशिश करने लगा, लेकिन वह अंदर जा ही नहीं रहा था. फिर वह उठी और उसने मुझसे कहा कि थोड़ा तेल लगा लो और वह ऐसे ही नंगी उठकर तेल लाने चली गई.
उसको नंगा चलते हुए देखकर मेरा लंड और अकड़ गया, उसकी गांड बहुत प्यारी लग रही थी. वह तेल लेकर आई और उसने मेरे लंड पर तेल लगा दिया. और नीचे बैठ कर लंड को हल्के हल्के मसाज करने लगी, मेरी तो मस्ती में आँखे बंद हो गई.
मस्त इतनी ज्यादा हो गई थी कि थोड़ी ही देर मालिश करने के बाद मेरा माल दोबारा निकल गया. मेरा माल निकल कर उसके चेहरे पर और उसके बूब्स पर गिरा था. वह उठी और जाकर बाथरूम में खुद को साफ कर आई.
फिर जब वह आई तो आकर मेरे पास बेड पर लेट गई, मैं उसको दोबारा किस करने लगा. उसके निप्पल को सक करने लगा, बहुत मस्ती में आ गई थी, वह कुछ ही देर में मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया. अब की बार मैंने अपने लंड पर तेल खुद लगाया और थोड़ा उसकी चूत पर लगा दिया, उसके बाद मैं उसकी टांगों के बीच में आ गया और अपनी टांगें जितनी हो सके खोलने के लिए कहा, अब की बार मैंने थोड़ा ध्यान से उसके अंदर लंड डालने की कोशिश की.
पहले मैंने अपने लंड की टिप को उसकी चूत पर रगड़ा उसकी चूत तो काफी गीली हो चुकी थी, फिर जैसे ही मुझे लगा कि मेरी टीप थोड़ी उसके अंदर घुस चुकी है. मैंने एक जोरदार झटका दिया.
वह – ह्ह्ह माया आयी औऊ आइऊओ बाहर निकालो इसे बहुत दर्द हो रहा है.
मेरा लंड जो की १ इंच अंदर घुस चुका था मैंने बाहर निकलने की कोशिश में हीलाया तो वह बोली रुक जा हिल मत दर्द हो रहा है, मैं थोड़ी देर वैसे ही रुक गया. कुछ देर बाद वो खुद भी अपनी कमर हिलाने लगी, और उसने कहा कि दोबारा डाल दे अंडर दे. मैंने दोबारा कोशिश की अंदर डालने की और धीरे धीरे थोड़ा लंड और अंदर डाल दिया उसको भी अब मजा आने लगा था.
अहः औउ ओह हहह आफ्स्सग्ग स्श्श्ह औउ ओह हहह उसकी ऐसी आवाजे निकल रही थी, उसके बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला और एक दम जोर का झटका लगा कर उसके अंदर डाल दिया, मेरा लंड ४ इंच तक अंदर घुस चुका था लेकिन उसको बहुत दर्द हो रहा था उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे. लेकिन अब की बार उसने बाहर निकालने को नहीं कहा बस इतना कहा की रुक जा दर्द हो रहा है.
लेकिन अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था मेरा लंड अंदर से उसकी चूत ने जकड़ लिया था और मेरा मन झटके लगाने का कर रहा था, तो मैंने धक्के लगाने शुरू कर दीये और वह बोली रुक जा लेकिन अब मैंने उसकी बात सुने बगैर धक्के लगाने लगा. वह हल्के हल्के सिसकती जा रही थी, लेकिन मैं धक्के लगा कर उसकी जवानी का मजा ले रहा था. फिर कुछ देर बाद पूरी मस्ती में आ कर नीचे से अपनी कमर उठाने लगी.
हम दोनों मस्ती में बस एक दूसरे के बदन को नोच रहे थे काट रहे थे, सेक्स अपने पूरे शरीर पर था. बस हम एक दूसरे मैं खो जाना चाहते थे. मेरे धक्के धीरे धीरे तेज होते जा रहे थे क्योंकि मेरा माल दो बार निकल चुका था पिछले आधे घंटे में. तो अब मुझे कोई डर नहीं था माल जल्दी निकलने का.
कुछ देर बाद नाजू मुझे बोली कि तू नीचे आ जा और मुझे ऊपर आने दे, मैं नीचे लेट गया और नाजू उठकर मेरे ऊपर चढ़कर मेरे लंड को अपनी चूत में लेकर हल्के हल्के धक्के लगाने लगी. कुछ देर बाद मुझे लगा कि वह ठीक से मेरे ऊपर नहीं बैठ रही है, तो मैंने उसकी कमर को पकड़ा और नीचे से एक जोरदार शॉट लगाया उसकी दोबारा चीख निकल गई और वह रुक गई.
मगर मेरे से कहां कंट्रोल हो रहा था? मैंने उसे पीछे धकेला और उसके ऊपर चढ़ गया फिर से धक्के लगाने लगा. वह थोड़ी बेहोशी में लग रही थी मगर मैं भी लगाता रहा और फिर जब भी मैं जोर से धक्का लगा था वह औऊ अहः इई ओह हहह आह्ह्ह्ह कर पड़ती.
अब मैं बहुत तेज तेज पर जोर से धक्के लगाना शुरु कर दीए, मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैं बयान नहीं कर सकता. अभी तक नाजु होश में आ चुकी थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी.
वह – हाय विकी मजा आ गया यार..
में – हा नाजू, हम दोनों तो इस मजे के बारे में जानते ही नहीं थे, पता होता तो हम जवान होते ही यह मजा लूट लेते.
वह – मुझे पता होता कि इस काम में इतना मजा आता है तो मैं पैदा होते ही तेरे पेनिस पर चढ़ जाती.
मैं – भी यही करता यार.. मजा आ गया मेरी जान.
और जोर लगा मेरे राजा आह उऔउ ईई तूने तो आज मुझे औरत बना लिया है शाबाश आयु अहह यस स्ग्स्घ ओऊ अहह यस्स ऐसे ही. अहः औऊ में गयी.
मैं – अभी तो तुझे जाने नहीं दूंगा मैं कहीं भी. मुझे पूरा मजा लेना है तेरी जवानी का.
कभी वह मेरे ऊपर आ जाती और कभी मैं उसके ऊपर चढ़ कर उसे चोद देता. पता नहीं कितनी देर तक हम एक दूसरे को चोदते रहे. फिर अचानक मुझे लगा कि मेरा माल निकल जाएगा, और इससे पहले कि मैं कुछ कहता या करता मेरा माल उसकी चूत के अंदर ही निकल चुका था, मेरे लंड से जैसे ही माल निकला.
वह – आह्ह विकी यह क्या कर दिया?
इतना कहकर मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अंदर से सिकुड़ रही है और वह कांप रही है.
वह – मेरे राजा मजा आ गया.. आजा मेरी बाहों में, और मैं लंड को उसकी चूत में डाल कर उसके ऊपर लेट गया, थोड़ी ही देर में हमें नींद आ गई और वैसे ही सो गए. जब उठे तो देखा कि ३ बज चुके थे, मैंने उसे देखा तो मेरा लंड दोबारा खड़ा होने लगा, वह उठी और कहने लगी.
वह – नहीं विक्की बहुत टाइम हो गया है, पहले खाना खा लेते हैं फिर करेंगे.
मैं – नहीं पहले करेंगे फिर खाना खाएंगे.
वह – बस १० मिनट लगेंगे खाना खाने के लिए.. उसके बाद में तुम्हें किसी भी चीज के लिए मना नहीं करूंगी.
मैं मान गया और उसके ऊपर से हट गया, वह जैसे ही उठने लगी उसके मुंह से सिसकारी निकली और वह दोबारा लेट गई. मैंने पूछा तो कहने लगी कमर में दर्द हो रहा है. मैंने कहा तुम लेटो और खाना में ले आता हूं, मैं जब उठा तो देखा उसकी बेडशीट खून से लाल हो चुकी थी, मैंने उसे कहा तो वह बोली.
अरे यह तो हमारे प्यार की हसीन दास्तान है, यह तो होना ही था. मुझे कुछ समझ नहीं आया और मैं किचन से जाकर खाना ले आया और उसे एक पेन किलर भी दे दी. खाना खाकर दोबारा एक राउंड चुदाई का निपटाया.
फिर उसने उठ कर चादर धो दी और उसके बाद बैठकर हम पढ़ाई करने लगे १ घंटे बाद उसकी मम्मी की आ गई, और फिर मैं अपने घर आ गया. फिर अगले १ साल तक हम लगातार चुदाई करते रहे.
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